PATNA : देश में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. दूसरी तरफ बिहार में कोरोना के मामले को देखते हुए सरकार ने कमर कस ली है. कोरोना मरीजों को लाने और ले जाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने 576 एम्बुलेंस (Ambulance) की व्यवस्था की है. खासकर ग्रामीण इलाकों में लोगों को होने वाली परेशानियों से निजात दिलाने के लिए इसका प्रयोग किया जायेगा.
स्वास्थ्य विभाग ने मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना के तहत 576 एम्बुलेंस की सेवा किराए पर ली है. बुधवार से ये सेवा कोरोना मरीजों के लिए परिचालन होगी. परिवहन विभाग ने स्वास्थ्य विभाग को इसकी सूची सौंप दी है. यह एम्बुलेंस शहरों के साथ साथ ग्रामीण इलाकों में भी चलेंगे. बता दें, इन सभी एम्बुलेंस का किराया स्वास्थ्य विभाग के स्तर पर भुगतान किया जाएगा.
स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने बताया कि कोरोना का संक्रमण बढ़ रहा है. 98 प्रतिशत संक्रमित होमआइसोलेशन में हैं. ऐसे में इससे डरने की नहीं बल्कि सजग रहने की आवश्यकता है. उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमितों की सेवा में 576 नयी एंबुलेंसों तैनात किये जाएंगे.
उन्होंने बताया कि राज्य में 5908 कोरोना के नये संक्रमित मिले हैं. राज्य में अभी तक संक्रमित पाये जानेवालों में 33.1% महिलाएं और 66.9% पुरुष संक्रमित हैं. स्वास्थ्य विभाग द्वारा आयोजित वर्चुअल प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए अपर मुख्य सचिव ने बताया कि इसके अलावा विभाग द्वारा हर प्रखंड में एंबुलेंस की खरीद कर ली है. विभाग द्वारा एक हजार अतिरिक्त एंबुलेंसों की खरीद के लिए टेंडर जारी किया गया है.
वहीं सरकार के सारे प्रयास कहीं न कहीं फेल होते नज़र आ रहें हैं. नगर निगम द्वारा अपने काम से पल्ला झाड़ने की खबर सामने आ रही है. हम ऐसा इसलिए कह रहें हैं क्यूंकि, लोगों के अनुसार जब भी वे सेनेटाइजेशन के लिए नगर निगम को कॉल करते हैं तब वो साफ़ मना कर देते है. बता दें, कोरोना संक्रमित लोग अभी होम आइसोलेशन में हैं. और जब वह सरकार के दिए टॉल फ्री नंबर पर कॉल कर नगर निगम को बुलाते हैं तब वो साफ़ मना कर देते हैं. अब देखना यह है कि सरकार की एम्बुलेंस योजना लोगों के कितने हित में रहती है.