PATNA : बिहार (Bihar) में पुलिसकर्मियों की संख्या में कमी को देखते हुए नीतीश सरकार बड़े पैमाने पर पुलिसवालों की बहाली (Police Recruitment) करने जा रही है. लगभग एक लाख पुलिसकर्मियों की बहाली की बात सामने आ रही है. बिहार के पुलिस महानिदेशक (Director general of police) एसके सिंघल ने खुद ये बात कही.
शुक्रवार को बिहार के DGP एसके सिंघल ने कहा कि सूबे में शासनिक तंत्र को मजबूत करने को लेकर एक लाख पुलिस कर्मियों की बहाली की जायेगी. बिहार चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज की ओर से आयोजित संवाद कार्यक्रम को संबोधित करते डीजीपी ने आगे कहा कि ट्रैफिक की समस्या को दूर करने के लिए आइजी रैंक का पद सृजित किया गया. इसलिए बहुत जल्द सुधार आयेगा.
कार्यक्रम में अपर पुलिस महानिदेशक (हेड क्वाटर) जीतेंद्र सिंह गंगवार ने बताया कि पुलिस के आधुनिकीकरण का कार्य चल रहा है. बहुत जल्द परिवर्तन नजर आयेगा. तीन महीने में इमरजेंसी रिस्पॉन्ड सपोर्ट सिस्टम शुरू हो जायेगा और 400 आधुनिक तकनीकी से लैस वाहन आयेंगे. गंगवार ने बताया कि जल्द ही बिहार में भी इमरजेंसी रिस्पॉन्ड के 112 नंबर को चालू किया जायेगा.
उन्होंने कहा कि बिहार में फिलहाल शराब से संबंधित जानकारी आमलोग 15545 नंबर पर दे सकते हैं. अपर पुलिस महानिदेशक (सीआइडी) जीतेन्द्र कुमार ने बताया कि बिहार के सभी थाना के प्रांगण को सीसीटीवी से लैस करने की योजना है.
आपको बता दें कि पिछले महीने पुलिस सप्ताह समापन कार्यक्रम में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा था कि बिहार में अब प्रति एक लाख की आबादी पर 170 पुलिस की व्यवस्था होगी. उन्होंने अधिकारियों को पुलिस सेलेक्शन प्रक्रिया को तेज करने का निर्देश देते हुए उन्होंने कहा था कि अभी राज्य में पुलिस बल की संख्या एक लाख तक ही है.
सीएम ने कहा था कि अब तक हमारा लक्ष्य प्रति एक लाख पर 115 पुलिस करने का है, जिसके हिसाब से एक लाख 42 हजार पुलिस होने चाहिए. पर सेलेक्शन की गति धीमी होने से हम लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाये हैं. हालांकि पूरे देश में हम महिला पुलिस की बहाली में आगे हैं. राज्य में महिला पुलिस की संख्या 25 हजार 128 है. जहां राष्ट्रीय औसत 13 फीसदी का है. वहीं बिहार पुलिस में 22 फीसदी महिलाएं हैं.